आजकल किसी को कोरोना से मिलती जुलती बीमारी के लक्षण मालूम पड़ने पर घबराहट सी होती है, ऐसी स्थिति में धैर्य रखकर त्रिभुवनकीर्ति रस नामक आयुर्वेदिक एक से दो गोली सुबह शाम 2 से 3 दिन तक ही शहद (Honey) के साथ भोजन के कुछ समय बाद सेवन करने से
- नाक से छींके आना या एलर्जी की समस्या
- सर्दी जुकाम
- फ्लू
- निमोनिया एवं तेज बुखार
- सिर दर्द
वगैरह पर अच्छे परिणाम मिलते है। मेरे घर में हमेशा यह औषधि रहती है। इसके अच्छे परिणाम भी हमने देखे है। बाजार में यह बैद्यनाथ, झंडू, डाबर, पतंजली एवं ऊंजा आदि कंपनियों की दवा आसानी से उपलब्ध हो जाती है| यह औषधि पित्त प्रकृति के व्यक्ति को नहीं दी जाती है। फिर भी सर्दी जुकाम, फ्लू, निमोनिया एवं तेज बुखार के दौरान चिकित्सक से परामर्श कर के ले सकते है।
त्रिभुवनकीर्ति रस के अच्छे परिणाम
कोरोना से मिलते-जुलते लक्षणों में भी त्रिभुवनकीर्ति रस के अच्छे परिणाम मिल सकते है। इस दवाई का सेवन चिकित्सक के निर्देशानुसार ही करना चाहिए अगर किसी को इस तरह के लक्षण दिखाई देते है तो बिलकुल घबराना नहीं चाहिए। कोरोना संक्रमित करीब 80 फीसद लोग बिना किसी विशेष इलाज के ठीक हो जाते हैं। संक्रमित छह लोगों में से सिर्फ एक व्यक्ति ही गंभीर रूप से बीमार पड़ता है।
सर्दी जुकाम, फ्लू, Influenza में दिन में एकबार थोड़ी सोंठ डाल कर उबाला हुआ चाय के जैसा गरम पानी आधा ग्लास या उससे ज्यादा पीना चाहिए और रात को सोने से पहले गरम पानी या दूध में आधी से एक चमच हल्दी मिलाकर पीना चाहिए। साथ में सुबह शाम एक, एक गोली त्रिभुवन कीर्ति रस डेढ़ – दो चमच शहद के साथ लेने से अच्छे परिणाम मिलते है। इस औषधि का नाम त्रिभुवनकीर्ति रस है मतलब त्रिभुवन (सृष्टि) में इस औषधि की यश, ख्याति, प्रतिष्ठा, शोहरत, प्रसिद्धि है। इसे बनाने में
- शुद्ध हिंगुल,
- शुद्ध वत्सनाभ,
- कालीमिर्च,
- सोंठ,
- पिप्पलामुल,
- शुद्ध टंकण
इत्यादि को तुलसी, अदरक एवं धतूरा रस की भावना दी गई है।